राजेश खन्ना इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार रहे हैं। कई ब्लॉकबस्टर में नजर आए इस कलाकार की सफलता की कहानी काफी चौंका देने वाली है। फिल्म आराधना से उनके करियर को नया मुकाम मिला, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इस फिल्म को बनाने वाले मेकर कभी इसे बनाना ही नहीं चाहते थे। लेकिन शायद
हंसल मेहता आज भले ही बॉलीवुड के भरोसेमंद निर्देशक माने जाते हैं, लेकिन उनकी शुरुआती फिल्में ऐसे नाकाम हुई थीं कि वह इस इंडस्ट्री को छोड़ कर चले गए थे। आज शाहिद (2013) और अलीगढ़ (2015) जैसी फिल्मों से पहचाने जाने वाले हंसल ने पहली पारी में जयते, दिल पे मत ले यार, छल, ये
हिंदी फिल्मों में अपनी खामोश दहाड़ से सबको चुप करा देने वाले शत्रुघ्न सिन्हा 1970 से 1975 तक कई फिल्मों में बतौर हीरो आ चुके थे, मगर उनके नाम पर कोई सोलो हिट नहीं थी। वह रात दिन मेहनत कर रहे थे और तीन-चार शिफ्टों में शूटिंग करते थे। दूसरी तरफ इसी दौर में सुभाष