शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से कफ सिरप से बच्चों की हुई मौत के मामले में भारत में जिन चार खांसी की दवा के बारे में अलर्ट जारी किया है उस पर अभी भी काबिज रहने की बात कही गई है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि उनका मकसद संभावित जोखिम के बारे में पूरे विश्व में अलर्ट जारी करना है। डब्ल्यूएचओ अपनी कार्रवाई पर कायम रहने वाला है।
यह बातें डब्ल्यूएचओ की ओर से इंडियन एक्सप्रेस द्वारा भेजे गए सवालों के जवाब में कही गई है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि जब कोई बच्चे रहस्य में बीमारी की वजह से मर जाते हैं तो यह एक त्रासदी की तरह है और डब्ल्यूएचओ को इंटरफेयर करना बहुत जरूरी है। डब्ल्यूएचओ की ओर से बताया गया था कि गांबिया में 70 बच्चों की किडनी में इंजरी होने के चलते मौत हुई है जो भारत में बनाई गई कफ सिरप से जुड़ी हुई है।
डब्ल्यूएचओ ने अपने बयान में यह भी बताया है कि स्विट्जरलैंड और घाना में लेबोरेटरी में जांच के लिए संपर्क किया गया है। गांबिया में जो संदिग्ध कफ सिरप मिला है उसकी जांच की गई है जांच के दौरान एथिलीन ग्लाइकोल और डायलिंग ग्लाइकोल का अतिरिक्त स्तर पाया गया है जो इंसानों के लिए जानलेवा है।