मौसम का मिजाज बदल चुका है और अब ठंड बढ़ गई है। देखते हुए अब अयोध्या के राम जन्मभूमि में विराजित रामलला को शयन आरती के बाद रजाई ओढ़ाई जाने लगी है। इसी के साथ उन्हें गर्म रखने के लिए ब्लोअर भी लगाया गया है।
सर्दी का मौसम बढ़ रहा है और तापमान लगातार नीचे गिर रहा है। इसी को देखते हुए रामलला की देखरेख बढ़ा दी गई है। राम जन्मभूमि में रामलला के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है इसलिए सर्दी हो या गर्मी हर मौसम के हिसाब से उनकी सेवा होती है।
सनातन धर्म में वैसे भी कहा जाता है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्ति भी ठीक मानव शरीर की तरह अनुभव करती है। मूर्ति की प्रतिष्ठा होने के बाद उसमें आराध्य का वास होता है इसलिए उन्हें स्नान करवाकर वस्त्र बदले जाते हैं भोग लगाया जाता है श्रृंगार किया जाता है और पूजन आरती भी की जाती है। भोर आरती के साथ उन्हें जगाया जाता है और शयन आरती के साथ सुलाया जाता है। राम जन्मभूमि में हर वर्ष इस प्रकार की व्यवस्था की जाती है। इस साल भी हर तरह तैयारी की जा रही है ताकि रामलला को ठंड में कोई परेशानी ना हो।