मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं और इसी दिन देशभर में संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। संक्रांति के दिन भगवान सूर्य की पूजन करने के साथ ही स्नान दान का खास महत्व है। इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी 2023 को मनाया जाने वाला है।
संक्रांति के दिन दान करने का विशेष महत्व माना गया है इस दिन पुण्य और महा पुण्य काल में दान देना बहुत ही शुभ होता है। 14 जनवरी की रात 8 बजकर 43 मिनट से संक्रांति पर्व की शुरुआत हो जाएगी। पुण्यकाल 15 जनवरी को सुबह 6 बजकर 47 मिनट से शाम 5 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। वहीं महापुण्य काल सुबह 7 बजकर 15 मिनट से 9 बजकर 6 मिनिट तक रहेगा।
मकर सक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान की मान्यता है। गंगा नदी में स्नान करना सबसे शुभ माना गया है। इस दिन दिया गया दान सौ गुना फल प्रदान करता है। इस दिन खिचड़ी, तिल, गुड़, घी और कंबल दान करने का महत्व है।