राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा हर जगह चर्चा का विषय है। जब ये यात्रा शुरू हुई थी तो हर किसी के मन में ये सवाल था कि सड़कों पर पैदल चलना भूल चुके कांग्रेसी किस तरह से इस 3570 किलोमीटर के सफर को तय कर सकेंगे। लेकिन अब इस यात्रा ने अपने 100 दिन पूरे कर लिए है। ये राहुल गांधी के नाम बना एक ऐसा रिकॉर्ड है जो 2024 के चुनाव में कही न कही मजबूत आधार के रूप में सामने आएगा।
100 दिन के इस सफर में राहुल गांधी और उनके साथ चल रहे लोग 8 राज्य 42 जिले और 2800 किमी का सफर तय कर चुके हैं। 7 सितंबर को राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से चिपचिपी गर्मी के बीच ये यात्रा शुरू की थी। अब 100 दिनों में मौसमी और चुनावी दोनों माहौल बदल चुके हैं। राहुल ने जहां फुर्ती बनाए रखी तो वहीं सियासी हवा भी कांग्रेस के खेमे की ओर जाती नजर आई।
सियासत में राहुल गांधी को दो दशक हो गए हैं लेकिन उन्हें कभी भी गंभीर नेता के तौर पर नहीं देखा गया। लेकिन अब उनकी ये छवि बदल रही है। हालांकि, राहुल गांधी का कहना है कि बीजेपी ने उनकी छवि खराब करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए हैं इसलिए ये छवि लोगों के सामने आई है।
अपनी 100 दिनों की यात्रा में राहुल गांधी कहीं ना कहीं उस मुकाम तक पहुंचते नजर आ रहे हैं जिसके लिए वह पिछले 18 सालों से संघर्ष कर रहे थे। हालांकि इस बीच में कई बार उनमें उर्जा नजर आई लेकिन अब वह एक सीरियस प्लेयर की तरह खुद को सामने लाते दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि देश की राजनीतिक आर्थिक और सामाजिक मुद्दों को सामने लाने के लिए लाखों लोग उनके साथ खड़े हुए हैं। भारत जोड़ो यात्रा को कांग्रेस ने चुनाव सेना जोड़ते हुए राहुल गांधी की लोकप्रियता को सीधा 2024 में भुनाने की रणनीति तैयार की है।