1986 में कर्नाटक के एक मिडल क्लास फैमिली में जन्मे नवीन कुमार गौड़ा जिन्हें हम साउथ सुपरस्टार यश (Yash) के नाम से जानते हैं इनकी कहानी बड़ी दिलचस्प है। इनके पिता कर्नाटक रोडवेज में ड्राइवर थे और मां हाउस वाइफ थी। बचपन काफी तंगी में बीता और स्कूल पूरा करते हुए उन्हें लगा कि फिल्मी दुनिया की तरफ उनका रुझान है। पिता को बताया कि एक्टिंग करना चाहते हैं तो उन्होंने सलाह दी कि हम मिडिल क्लास फैमिली से हैं। यह सब चीजें हमारे लिए नहीं बनी है तुम अपनी पढ़ाई पूरी करो एक अच्छी सी नौकरी ढूंढ और अपनी जिंदगी जियो।
अपनी पढ़ाई पूरी करते हुए यश को यह लग चुका था कि वह नौकरी करके एक नॉर्मल जिंदगी जीने के लिए नहीं बने इसलिए उन्होंने बंगलुरु का रुख किया। यहां आने के बाद कई दिनों तक काम नहीं मिला। इसके बाद एक थिएटर ग्रुप से वो जुड़े जहां वो झाड़ू पोछा करते थे। घरवालों ने कहा कि यही सब करना है तो वापस मत आना।
उन्होंने कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। वो वापस जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचे लेकिन सोचते हुए खुद को समझाया कि कुछ तो करना ही होगा। वो वापस काम पर लौटे ऑडिशन देते रहे और उन्हें कुछ टीवी सीरियल में काम मिला पहले सपोर्टिंग रोल मिले फिर लीड रोल मिले लेकिन वह बड़े पर्दे पर काम करना चाहते थे।
उन्होंने अपनी कोशिशों को जारी रखा और साल 2008 में उनकी किस्मत को थोड़ा सा सहारा मिला। धीरे धीरे वो कर्नाटक इंडस्ट्री का बहुत बड़ा नाम बन गए। इसके बाद अपने पिता के सपने साइकोलॉजी की पढ़ाई को उन्होंने पूरा किया जिसने उनकी एक्टिंग में अलग अलग किरदारों को निभाने में भी मदद की।
KGF से अब वो पैन इंडिया स्टार बन चुके हैं लेकिन वो बॉलीवुड में काम नहीं करना चाहते हैं क्योंकि उनका मानना है कि बॉलीवुड उनकी इंडस्ट्री को रीजनल सिनेमा नाम देकर एहसान भरी नजरों से देखता है। वो अमिताभ बच्चन और नवाज़ुद्दीन सिद्धकी के बहुत बड़े फैन हैं। लेकिन उनकी नजरों में बॉलीवुड लिए अच्छा नहीं है।
इतना सफल होने के बावजूद भी आज भी यश बिल्कुल नॉर्मल जिंदगी जीते हैं उनके पिता आज भी वही काम करते हैं बहन भी सादगी से जीवन जीती है और कई इंटरव्यू में उन्हें यह बोलते देखा गया है कि कितना भी बड़ा क्यों न बन जाओ लेकिन जमीन से जुड़े रहना बहुत जरूरी है हवा में उड़ना सही नहीं होता।