सुशांत सिंह राजपूत रहस्यमय मौत मामले को लेकर समय-समय पर कोई ना कोई खबर सामने आती रहती है। इस केस को ढाई साल बीत चुका है और अब यह कहा जा रहा है कि क्राइम सीन की फिर से जांच की जानी चाहिए या केस के तत्वों को फिर से खोल कर इसे जांच जाना चाहिए। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो राजनीतिक फायदा उठाने के लिए इस केस को बढ़ावा देते हुए दिखाई दे रहे हैं।
सुशांत सिंह राजपूत का जाना यकीनन उनके हर फैन के लिए और उनके पूरे परिवार के लिए बहुत दुख भरी बात है। इन सबके बीच बार-बार इस केस को लेकर जो नई-नई बातें कही जाती है उस क्राइम सीन को खंगालने की बात होती है जो ढाई साल पहले ही तहस-नहस हो चुका है। इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट की बात की जाती है जो ढाई साल पहले हुई थी लेकिन उसे आत्महत्या करार दिया गया था। उस ऑटोप्सी रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी जाती है जिसमें पहले कोई भी दावत नहीं किया गया था। ये सभी बहुत हैरान कर देने वाला है।
यकीनन सुशांत सिंह राजपूत रहस्यमय मौत के मामले में जो भी दोषी है वह सामने आना चाहिए। लेकिन बार-बार जनता को बरगलाने के लिए जो बातें की जाती है आखिर वह कहां तक सही है। क्या जनता के इमोशंस का फायदा उठाकर कुछ लोग अपने मकसदों को पूरा करना चाहते हैं और कर भी रहे हैं। आखिरकार कब तक आपके और हमारे जैसी जनता को बातों में लाकर लोग अपना मतलब निकालते रहेंगे।