हिंदी सिनेमा के दर्शकों में हमेशा ओरिजिनल और सच्ची कहानियों को सपोर्ट किया है। वैसे भी आजकल फिल्म की कहानी दर्शकों के लिए ज्यादा मायने रखती है। साउथ रीमेक और वीएफएक्स से भरपूर फिल्मों के बीच इस बार भी कुछ ऐसी बेहतरीन कंटेंट की फिल्में रही जिसने दर्शकों को खुश कर दिया।
गंगुबाई काठियावाड़ी
संजय लीला भंसाली की इस मास्टरपीस ने दर्शकों का दिल जीत लिया। आलिया भट्ट ने जिस सहजता के साथ एक बॉसलेडी की भूमिका निभाते हुए जबरदस्त डायलॉग डिलीवरी की है वह देखकर दर्शक काफी खुश नजर। अमेज़न सेल विषय को बहुत ही आसानी से दर्शकों के सामने पेश किया गया।
बधाई दो
बधाई दो एक ऐसी कहानी है जो दर्शकों को एलजीबीटीक्यू कम्युनिटी और उनके सेक्सुअल रिलेशनशिप को पर्दे पर बड़े ही नॉर्मल तरीके से लेकर आई। जिंदगी में आने वाली कठिनाइयों, मध्यम वर्गीय पारंपरिक परिवार और उनके बीच होने वाले हंसी मजाक को बहुत ही संवेदनशीलता से पेश किया गया।
एक एक्शन हीरो
आयुष्मान खुराना ने पहली बार किसी फिल्म में एक्शन हीरो का किरदार निभाया है। यह फिल्म देश के टॉक्सिक ऑब्सेशन पर एक बड़ा सवाल है। एक्शन हीरो अवतार में भी उन्होंने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया।
डॉक्टर जी
जंगली पिक्चर्स की फिल्म डॉक्टर जी एक बहुत ही पेचीदा विषय पर तैयार की गई है जिसे आसानी से पर्दे पर उतारा गया है। यह ऐसे डॉक्टर की कहानी है जो ऑर्थोपेडिक डॉक्टर बनना चाहता है लेकिन स्त्री रोग विशेषज्ञ बन जाता है और तमाम महिला डॉक्टरों के बीच अकेला पुरुष डॉक्टर होता है। महिलाओं की दुनिया में पुरुष किस तरह से अपना रास्ता बनाता है। इस चीज को एक कॉमेडी ड्रामा के जरिए दर्शकों के बीच पेश किया गया।
ऊंचाई
फिल्म ऐसे तीन दोस्तों की कहानी है जो अपने एक दिवंगत दोस्त के सम्मान में एवरेस्ट की यात्रा करने की ठान लेते हैं। उम्र अच्छी होने की वजह से यह सभी अपनी अपनी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं लेकिन दोस्त के लिए असंभव को संभव बनाने के लिए जुट जाते हैं। सभी की अपनी अपनी कहानी भी है और इस सफर में उन्हें कई तरह के सवालों के जवाब मिलते हैं।