हाउस ऑफ सीक्रेट्स, यह शो हाल में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुआ है। तीन एपिसोड्स का यह ऐसा शो है, जो अपने मूल रूप में डॉक्यूमेंट्री है। दिल्ली में 2018 में जो बुराड़ी कांड हुआ था, आपमें से बहुत से लोग जानते होंगे, जिसमें एक ही परिवार के 11 लोग खत्म हो गए थे। यह मर्डर था या खुदकुशी, लंबे समय तक इस पर बहस चली थी। उसके बाद भी जो सच निकल कर सामने आया, वह पूरी तरह से नहीं आया था। इस डॉक्यूमेंट्री में पूरे मामले को बहुत विस्तार से बताया गया है। आगे बढ़ने से पहले मैं आपको बता दूं कि अगर आप कमजोर दिल के हैं, बहुत ज्यादा हॉरर-सस्पेंस नहीं देख पाते हैं तो मत देखिएगा क्योंकि मैंने अपने जीवन में जितने थ्रिलर देखे हैं, जितने सस्पेंस देखे हैं, फिक्शन या नॉन फिक्शन देखे है, उस कंटेंट में रियल लाइफ बेस्ड ये सबसे खतरनाक, भयानक, डराने वाला, बेचैन करने वाला, थोड़ी देर के लिए रेस्टलेस कर देने वाला, आपको थोड़ी देर के लिए सोचने पर मजबूर करने वाला कंटेंट है। जिसे आप देखेंगे तो मान कर चलिएगा कि आपको खुद को चीयर-अप करने के लिए कुछ करना पड़ेगा।
लीना यादव इस डॉक्यूमेंट्री की डायरेक्टर हैं। कुल मिला कर यह उस परिवार की कहानी है, जिसके सभी 11 सदस्यों ने 30 जून 2018 को अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी। यहां 11 नंबर का भी एक अपना महत्व है। बात सुनने में जितनी लगती है, उससे कहीं ज्यादा गहरी है। एक बहुत बड़ा सवाल जो इसे देखने के बाद मेरे मन में उठा कि सबसे बड़ी जरूरत जो है हमारे बीच, वह यह कि हम लोग मेन्टल हेल्थ को लेकर ओपन नहीं हैं। इस पर हम बात नहीं करते हैं। टैबू बना हुआ है। हमें इसे खोलना पड़ेगा और ऐसे विषयों पर बात करनी पड़ेगी।
इस परिवार के साथ जो हुआ, वह रोका जा सकता था। जो बात सबसे ज्यादा डराती है कि वह लोग जो इस परिवार के साथ रहते थे, मतलब अड़ोसी-पड़ोसी, रिश्तेदार, दोस्त, जो भी उनसे रोज बातचीत करते थे, दिन-प्रतिदिन संपर्क में थे, उनमें से किसी को भी अंदाजा नहीं था कि उस घर के अंदर क्या चल रहा है। बाद में जब एक रजिस्टर मिलता है और उसमें लिखी हुई बातों से जो खुलासे होते हैं, तो वह बहुत हैरान करने वाले होते हैं। बहुत से सच तो इस डॉक्यूमेंट्री से बाहर आ रहे हैं, इतने सालों बाद। उनके घर में वो 11 पाइप क्यों लगे थे? जिस वक्त वे 11 लोग अपनी जान दे रहे थे, उस वक्त एक 12वां सदस्य भी मौजूद था, वो कौन था? जिसकी बाद में हार्ट अटैक से मृत्यु हुई। ऐसी कई बातें आप यहां जानेंगे।
इस कंटेंट को आप एंटरटेनमेंट के लिए नहीं देख सकते। लेकिन बहुत बड़ी सीख इससे जरूर मिलेगी क्योंकि आप अपने समाज का बहुत बड़ा सच जानेंगे, जो आपके आसपास घट रहा था और आपको नहीं पता था। बेशक आपमें से बहुत से लोग तब दिल्ली में रहते रहे होंगे।
ईश्वर न करे किसी परिवार को कभी ऐसी परिस्थिति से गुजरना पड़े। लेकिन इस घटना को जानना भी जरूरी है क्योंकि जब तक जानेंगे नहीं तब तक ऐसी समस्यों को दूर नहीं कर सकते। ये ऐसी समस्याएं हैं, जो हमारे बीच आ जाती हैं और हमें पता भी नहीं चलता कि हम उनकी पकड़ में आ रहे होते हैं, उनमें जकड़ रहे होते हैं, उनमें बंध रहे होते हैं। हम बिखर रहे होते हैं और हमें पता ही नहीं चलता।
मैं आपको ज्यादा कुछ नहीं बताऊंगा क्योंकि मैं चाहता हूं कि आप कुछ अच्छा कंटेंट देखना चाहते हैं तो यह डॉक्यू-सीरीज देखें। दो-तीन बातें जरूर कहूंगा। ये एंटरटेनमेंट के लिए नहीं है। कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है। अगर आप इसे देखकर रेस्टलेस हो जाते हैं, बेचैन हो जाते हैं, परेशान हो जाते हैं तो मत देखिएगा। तैयार रहिएगा कि तीन एपिसोड में आप जो देखने वाले हैं, वह आपको निश्चित तौर पर अंदर तक हिला देने वाला है। मैंने इसके जब पहले दो एपिसोड देखे, तो मुझे थोड़ा रुक कर खुद को मेंटली रिलैक्स करना पड़ा। तब तीसरा देखा। फिर मैं रात को ठीक से सो भी नहीं पाया। बाई-चांस मैंने ये डॉक्यूमेंट्री रात को देखी। मेरी कोशिश होती है कि रात को मैं डॉक्युमेंट्रीज या रियल लाइफ बेस्ड कुछ देखूं। मुझे वही पसंद आता है। तो आप भी देख सकते हैं लेकिन दिमाग को खोल कर देखिएगा। आप एक सीख लेकर निकलेंगे। मैं यह भी जानना चाहता हूं कि आपने अगर देख लिया है तो आपको कैसा लगा, इसमें आपको क्या अच्छा लगा। क्या आपको समझ में आया। वह आप मुझे कमेंट बॉक्स में लिखिएगा। अगर आपने नहीं देखा है तो देखिये और फिर बताइये। आगे मेरी कोशिश होगी कि ओटीटी पर जो कंटेंट देखूं और उसे शेयर करूं, बिल्कुल वैसा जैसा मैंने उसको देखा।