प्रतीक गांधी, जिन्हें आपने पिछले साल की सबसे चर्चित वेब सीरीज स्कैम 1992 में देखा था, उनकी अब एक फिल्म आ रही है। इस फिल्म का टाइटल अब बदलकर कर दिया गया है, भवाई।
असल मे कुछ दिनों पहले इसी फिल्म का एक प्रोमो रिलीज किया गया था, रावण लीला के नाम से और इसमें कुछ ऐसे डायलॉग्स थे जिसको लेकर लोगों को काफी आपत्ति थी।
बहरहाल अब लोगों का रिएक्शन देखने के बाद फिल्म के प्रोड्यूसर ने एक माफीनामा छापा है और साफ-साफ कहा है कि अगर प्रोमो के किसी भी संवाद के जरिये हमने किन्हीं लोगों को आहत किया है तो इसके लिए माफी मांगते हैं। अब ये सीधे तौर पर बताया गया है कि भवाई जो फिल्म है, ये गुजरात के एक फोक थियेटर (लोक नाटक) के बैकड्रॉप पर बनी एक कहानी है और एक युवक-युवती की प्रेम कथा है।
फिल्म का जो पहला प्रोमो आया था, वो रावण लीला के नाम से आ गया था। उसमें कुछ ऐसे डायलॉग भी थे, जिनको लेकर काफी आपत्ति जताई जा रही थी। अब इसे वापस ले लिया गया है। आपत्तिजनक डायलॉग भी अब फिल्म का हिस्सा नहीं है। प्रोमो में वह अब नहीं हैं। पूरे प्रकरण के लिए फिल्म के प्रोड्यूसर्स ने माफी मांगी है लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स अब भी शांत नहीं हो रहे। उनका सीधे तौर पर पूछना है कि आपको जब मालूम था कि इस तरह के डायलॉग का रिएक्शन कैसा आएगा तो आपने इन्हें रिलीज ही क्यों किया। क्या आपको इस बात का कोई पैसा मिला था। इस तरह के तमाम ट्वीट्स किए जा रहे हैं।

बहरहाल प्रतीक गांधी एक नई पारी शुरू कर रहे हैं, बड़े पर्दे पर। सिल्वर स्क्रीन पर। उन्हें लोगों ने पहचाना छोटे पर्दे के हर्षद मेहता के तौर पर। हालांकि इससे पहले वो दो फिल्मों में दिखाई दे चुके हैं लेकिन उस वक्त उनके काम को किसी ने नोटिस नहीं किया था इसलिए लोगों को याद ही नहीं है कि वह इससे पहले लवयात्री में आ चुके हैं, लेकिन अब उनकी शुरुआत बतौर हीरो हो रही है। हर्षद मेहता की कहानी जब लोगों ने छोटे स्क्रीन पर देखी और उसमें प्रतीक गांधी को देखा तब उन्हें लगा कि ये वाकई हर्षद मेहता ही है। उनकी एक्टिंग की काफी तारीफ हुई। दूसरी फिल्म का प्रोमो आया तो उसको लेकर चर्चाएं शुरू हो गई कि इस फिल्म के प्रोमो में तो काफी कुछ ऐसा कहा गया है जो पौराणिक मान्यताओं के हिसाब से ठीक नहीं है। रावण की महिमा का इस तरह से कोई कैसे वर्णन कर सकता है। ऐसी तमाम बातें कही जा रही थी। अब तैयारी हो रही है इस फिल्म को रिलीज करने की।
यह फिल्म एक अक्टूबर को रिलीज होने वाली है। उम्मीद यही है कि फिल्म के प्रोमो में जो दिखाया गया था, उस तरह का कुछ भी कहानी में देखने को नहीं मिलेगा। हालांकि प्रोड्यूसर्स साफ कर चुके हैं कि ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्हें अपनी गलती का भी एहसास हुआ है और इसलिए उन्होंने वो सारी लाइनें, वो सारे डायलॉग हटा दिए हैं। अब देखना यह है कि प्रतीक गांधी की जो नई शुरुआत होने जा रही है बॉलीवुड में, एज अ हीरो इसको कैसा रिस्पॉन्स मिलता है। वैसे आजकल चलन-सा हो गया है, कोई भी फिल्म आए और उसका प्रोमो, ट्रेलर किसी वजह से चर्चा में न आएं तो ऐसा लगता है कि फिल्म कब आई कब गई पता नहीं चला।
आजकल ऐसे कई सारे विवादित मुद्दे सामने आ जाते हैं और कई बार प्रश्न भी खड़ा होता है कि आखिर प्रोड्यूसर्स को इस तरह के प्रोमो बनाते वक्त क्या अंदाजा नहीं होता है कि वह क्या कर रहे हैं। खासकर सोशल मीडिया पर जब से लोग एक्टिव हुए हैं, लोगों ने सीधे तौर पर सवाल उठाना शुरू किया है और यह भी आने वाले कल का एक बदलाव है, जो हम अपने बीच महसूस कर रहे हैं। फिलहाल तो भवाई को देखना होगा और तब पता चलेगा कि इसमें क्या प्रतीक गांधी वैसा जादू क्रिएट कर पाते हैं जैसा उन्होंने स्कैम 1992 में किया था। भवाई से उम्मीदें हैं और यह सराहनीय कदम है कि प्रोड्यूसर्स ने अपनी गलती मान ली। वह समझ गए हैं कि उन्होंने जो किया वो ठीक नहीं था। अब देखते हैं कि जब भवाई रिलीज होगी तो उसे बॉक्स ऑफिस पर किस तरह का रिस्पॉन्स आता है।
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