दंगल गर्ल फातिमा शेख ने उगल दिया बॉलीवुड का कला सच



Updated: 01 October, 2021 6:18 pm IST

दंगल गर्ल फातिमा शेख ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है और उसमें दो ऐसे खुलासे किए हैं, जो वाकई हैरान करते हैं। एक खुलासा उनके बचपन से जुड़ा है जिसमें उन्होंने बताया कि जब वह सिर्फ 3 साल की थीं तब उनके साथ सेक्सुअल एब्यूज का इश्यू हुआ था। मैं आपको याद दिला दूं कि दंगल में दिखने से पहले आपने फातिमा सना शेख को 1990 की दो फिल्मों में बतौर बाल कलाकार देखा है। एक फिल्म है इश्क और दूसरी है चाची 420। इसके बाद वह बताती हैं कि बॉलीवुड में भी कई मर्तबा ऐसा हुआ है कि वह कहीं काम मांगने गई और प्रोड्यूसर-डायरेक्टर ने उसके बदले सेक्सुअल फेवर्स की मांग की। यह बात इसलिए गौर करने लायक है कि यदि फातिमा सना शेख जैसी एस्टेब्लिश्ड ऐक्ट्रेस इस बात को कह रही है तो आप यह मानकर चलिए कि यह बाकी लोगों के साथ भी होता होगा लेकिन बहुत से किस्से निकलकर सामने नहीं आ पाते। यह अपने आप में बॉलीवुड के ऐसे काले सच को बताता है जिस पर हम सबका ध्यान ले जाना जरूरी है।

आप सोचिए कि एक ऐसी इंडस्ट्री, जहां जो काम करने आए लोग हैं, उनके साथ यह सब चल रहा है और वह फिल्में बनाते हैं नारी सशक्तिकरण पर। वूमन एंपावरमेंट की बात करते हैं। आप अपनी इंडस्ट्री में क्या हो रहा है पहले वहां तो झांकिए, पहले वहां तो वूमेन एंपावरमेंट लेकर आइए क्योंकि आप ही की इंडस्ट्री से जुड़े लोग मीडिया को यह बातें चीख-चीख कर बताते हैं। यह कोई पहला मौका नहीं है। सभी जानते हैं कि इससे पहले भी बहुत सारी एस्टेब्लिश ऐक्ट्रेस ने इस सच को मीडिया के सामने बताया है और सबको सोचने पर मजबूर किया है क्योंकि हम सब इनके जैसा बनना चाहते हैं।

हम इस दुनिया को सपनों की दुनिया कहते हैं, हम इस दुनिया को ऐसा मानकर चलते हैं कि मानों हम यहीं से सब कुछ सीख सकते हैं लेकिन बहुत कुछ ऐसा है जो हमें सीखने की जरूरत है कि पर्दे पर जो चमकता हुआ ग्लैमर दिखता है उसके पीछे की काली सच्चाई भी होती है। फातिमा सना शेख यदि मीडिया को दिए इंटरव्यू में खुलकर इस बात को बता रही हैं कि कई जगहों पर काम मांगने के मौकों पर उनके साथ इस तरह की हरकतें हुई तो आप मानकर चलिए कि जिस तरह से फातिमा सना शेख काम मांगने जा रही थीं, वैसे ही बहुत सारी लड़कियां और अभिनेत्रियां जो छोटे शहरों से भी आती हैं, मुंबई से भी होती हैं, अपने सपनों को पूरा करने के लिए अगर किसी के सामने जाती हैं तो व्यक्ति उनका फायदा उठाने के बारे में सोचता है। फॉर ग्रांटेड लेता है। यह मानकर चलता है कि यह तो ऐसा करेंगी ही।

यह सोच बदलने की जरूरत है क्योंकि यदि इस सोच को नहीं बदला गया तो फिर वूमेन एंपावरमेंट पर आप कितना भी सिनेमा बना लीजिए, वूमन एंपावरमेंट पर बड़ी-बड़ी बातें कर लीजिए, स्टेज पर खड़े होकर बड़े-बड़े बयान दे लीजिए लेकिन कुछ भी बदलने वाला नहीं है, जब तक कि अंदर की सोच यही रहेगी। अगर वाकई सोच को बदलना है तो पहले इस प्रेक्टिस को कम करना होगा, इस सोच को बदलना होगा। इस तरह के माहौल को बदलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि वह लोग जिनके साथ ऐसा हुआ है, उन्हें खुलकर इसके बारे में बात करने की जरूरत है और यह बात सिर्फ बॉलीवुड तक सीमित नहीं है। मैं जानता हूं बहुत-सी और भी इंडस्ट्रीज में भी ऐसा होता है। कॉरपोरेट वर्ल्ड में ऐसा होता है। तमाम ऐसी जगह हैं जहां महिलाएं जब पुरुषों के सामने खड़ी होती हैं तो उनके मन में जो विचार आते हैं, उनकी जो कोशिश होती है, वह इस तरह की होती है। जरूरत इस बात की है कि महिलाएं इसके बारे में खुलकर बात करें, सामने आए, शर्माने की जरूरत आपको नहीं है बल्कि शर्माने की जरूरत उन लोगों को है जो इस तरह की डिमांड महिलाओं के सामने रखते हैं। मैं चाहता हूं कि इस पर आपके अपने जो भी विचार हों, कमेंट में मुझे बताएं, इस बात को ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए और इसके बारे में बात कीजिए क्योंकि आप नहीं जानते कि इस बात को शेयर करके या इस तरह के मुद्दों पर बात करके आप बहुत सारे लोगों की मदद कर रहे हैं ताकि अगर कहीं उनके साथ कुछ ऐसा चल रहा हो तो वह इस बारे में खुलकर बोलें। न जाने कितनी आवाजें गले में दबकर रह जाती हैं। हिम्मत नहीं कर पाती, बहुत-सी महिलाएं और लड़कियां। मैं चाहता हूं कि आप इसके बारे में खुलकर बात करें ताकि समाज का काला सच सबके सामने आए।

Also Read Story

Heeramandi में नजर आएंगे बॉलीवुड के ये खूबसूरत नगीने, सामने आया फर्स्ट लुक

Bigg Boss ने छीने घर वालों से कमरे, जमकर मचा बवाल

Priyanka Chahar Choudhary को भारी पड़ सकती है एक गलती, सोशल मीडिया पर हुई ट्रोल

बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने के तैयार हैं Fukrey 3, इस दिन रिलीज होगी फिल्म