शाहरुख खान और काजोल बहुत अच्छे दोस्त हैं। लेकिन शाहरुख खान और काजोल के पति अजय देवगन एक-दूसरे को पसंद नहीं करते, इस मुद्दे पर अक्सर फिल्मी गलियारों और सिनेमा प्रेमियों के बीच चर्चा होती है। एक गुटखा विज्ञापन छोड़ दें तो उनकी आज तक एक साथ कोई फिल्म नहीं आई। जबकि दोनों ने लगभग एकाध साल आगे पीछे अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। ऐसा क्यों है? कोई कहता है कि काजोल की शाहरुख से दोस्ती अजय को पसंद नहीं है तो कोई कुछ और। लेकिन सच कुछ और ही है। शुरुआत में दोनों के बीच कोई नाराजगी नहीं थी। शाहरुख खान और अजय देवगन के आपसी संबंध सामान्य को-ऐक्टरों की तरह अच्छे थे। बात बिगड़ी 1995 में आई फिल्म करण अर्जुन से। फिल्म में शाहरुख खान और सलमान खान लीड रोल में थे।
बताया जाता है कि करण अर्जुन में सलमान खान वाला रोल पहले अजय देवगन कर रहे थे। लेकिन फिर उनका मन बदला और उन्होंने डायरेक्टर राकेश रोशन से कहा कि वह शाहरुख खान वाली भूमिका करना चाहते हैं क्योंकि सलमान खान जैसा रोल वह किसी और फिल्म में निभा रहे थे। अतः कुछ अलग करना ठीक रहेगा। अजय की इस बात का यह मतलब निकाला गया कि शायद उन्हें शाहरुख खान वाला रोल ज्यादा दमदार लग रहा है। खैर, राकेश रोशन अजय को वह रोल देने को तैयार नहीं हुए। दूसरी ओर शाहरुख की भी राकेश रोशन से किसी बात को लेकर खींचातानी चल रही थी। ऐसे में अजय जब फिल्म छोड़ने का मन बना चुके थे तो उनकी इस बारे में शाहरुख से बात हुई। तब एक मुलाकात में दोनों ने तय किया कि हम दोनों ही यह फिल्म छोड़ देंगे।
तय बात के अनुसार अजय देवगन ने करण अर्जुन छोड़ दी। उन्हें शॉक तब लगा जब एक महीने बाद पता चला कि शाहरुख इस फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। अजय देवगन की जगह सलमान खान आ गए हैं। तब अजय को लगा कि शाहरुख ने उनसे झूठ बोला। शाहरुख का कोई इरादा ही नहीं था फिल्म छोड़ने का। वह उन्हें बहला रहे थे। तब से अजय देवगन और शाहरुख खान के बीच कुछ ऐसी गलतफहमी आ गई कि उन्होंने एक-दूसरे से दूरियां बना ली। करन अर्जुन में शाहरुख खान के अपोजिट काजोल थीं। अजय के 1999 में काजोल से शादी करने के बाद भी यह गलतफहमियां खत्म नहीं हुई जबकि काजोल शाहरुख खान की बहुत अच्छी दोस्त हैं।