एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) वाले मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के फंसने के बाद शोभा डे ने एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था आर्यन खान के गिरफ्तार होने की घटना सभी पेरेंट्स के लिए वेक अप कॉल की तरह है क्योंकि सभी जानते हैं आजकल का जो माहौल है और बच्चों को जिस तरह का एक्सपोजर मिल रहा है, उसमें अक्सर ऐसी घटनाएं होने का अंदेशा रहता है क्योंकि कच्ची उम्र है, बुद्धि कम है या फिर अनुभव कम है और उसकी वजह से ऐसा हो जाता है। शोभा डे का जो पोस्ट था उसका मतलब यही था, लेकिन अब सुजैन खान जो रितिक रोशन की पूर्व पत्नी है, उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट किया है और उसमें इस बात से असहमति जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि मेरे ख्याल से यह आर्यन खान के लिए नहीं है। यह घटना एक उदाहरण के तौर पर देखी जा सकती है क्योंकि ज्यादातर मौकों पर ऐसा हो जाता है कि कोई गलत समय पर, गलत जगह पर मौजूद हो। बॉलीवुड के लोगों को इसी तरह से विच हंट किया जाता है।
यह विच हंट वाला जो पोस्ट है वह शशि थरूर ने भी किया था। सुजैन खान कहती हैं: बहुत दुःख की बात है, गलत बात है क्योंकि आर्यन बहुत अच्छा बच्चा है। मैं गौरी और शाहरुख खान के साथ हूं। एक न्यूज चैनल के साथ बात करते हुए फिल्म कभी हां कभी ना में शाहरुख के साथ काम करने वाली सुचित्रा कृष्णमूर्ति ने कहा कि शाहरुख खान को टारगेट किया जा रहा है। उनका एक फेमिली मेंबर क्रूज ओनर है, तो वह कई बार क्रूज पर जा चुकी हैं। सुचित्रा के मुताबिक क्रूज पर जाने से पहले कई राउंड में सिक्योरिटी चेक होता है, मेटल डिटेक्टर से भी कई बार चेकिंग की जाती है। यहां तक कि लगेज भी चेक होता है। समझ में नहीं आता कि आर्यन खान के मामले में सिक्योरिटी की इस तरह की खामी किस तरह से हुई।
अब आपने न्यूज में देखा होगा कि जैसे ही आर्यन खान की न्यूज आई, सलमान खान की बहन अलविरा खान, खुद सलमान खान, महीप कपूर, सीमा खान यह वे सारे लोग थे जो शाहरुख के घर पहुंचते दिखाई दिए। इसके अलावा और भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो मिलने का इंतजार कर रहे हैं और उस पर सवाल यह उठाए जा रहे हैं कि कैसा समय है परिवार के लिए। खैर, किसी भी मां-बाप के लिए अपना बच्चा बेहद प्यारा होता है और जाहिर तौर पर शाहरुख और गौरी के लिए बहुत बड़ा झटका है लेकिन कहीं न कहीं समझने की जरूरत है और यह बात मुझे लगता है कि सभी पैरेंट्स को समझने की जरूरत है क्योंकि आजकल बच्चे जिस तरह से एक्सपोज हो रहे हैं। हम मोबाइल एज में जी रहे हैं, हम इंटरनेट एज में जी रहे हैं। जो इस समय पेरेंट्स बने हैं, उन्होंने अपनी किशोरावस्था में या अपनी टीनेज में मोबाइल एज नहीं देखा था। अब आप सोचिए कि आपके जीवन में मोबाइल को एंट्री दस या ग्यारह साल में हो गई होती और अगर आप दुनिया मे एक अलग तरह से एक्सपोज हुए होते कई सारी चीजों के सामने तो आपकी मनोवृत्ति क्या बनती?
व्यक्तिगत तौर पर मुझे लगता है इस समय मां-बाप को सबसे ज्यादा जरूरत इस बात की है कि वह अपने बच्चों पर थोड़ी-सी नजर भी रखें कि वह कहां आते जाते हैं, किस तरह के लोगों से मिलते-जुलते हैं, किस तरह के उनके शौक हैं, किस तरह की क्यूरियोसिटी उनके अंदर जागती है? क्या वह रात भर घर से बाहर रहते हैं, अगर घर से बाहर रहते हैं तो कहां रहते हैं, यह तमाम बातें क्योंकि जब भी किसी एक सेलिब्रिटी परिवार के साथ कोई किस्सा हो जाता है तो उससे बहुत सारे लोगों को लर्निंग भी लेना चाहिए। हालांकि बहुत सारे सेलिब्रिटिज बचाव कर रहे हैं और मुझे लगता है कि बचाव करने से ज्यादा जरूरत इस बात को समझने की है कि आखिर गलती कहां हुई। क्योंकि गलती तो हुई है, अब गलती कहां हुई है, इस पर ध्यान देने वाली बात है।
सीधे तौर पर किसी सरकारी एजेंसी पर आरोप लगा देना कि वह टारगेट किया जा रहा है, से कहीं ज्यादा बेहतर होगा कि जो हुआ वह क्यों हुआ और उसे कैसे रोका जा सकता है, कैसे उसमें सुधार लाया जा सकता है, यह सभी परिवारों को बैठकर सोचना चाहिए क्योंकि इस तरह के सिनेरियो में किसी भी परिवार का भी बच्चा आ सकता है। कम उम्र में आप किसके साथ उठते बैठते हैं। अक्सर इस तरह की घटनाएं हो जाती है। बहरहाल इस पूरे मामले पर आप अपनी क्या राय रखते हैं, क्या सोच रखते हैं, मुझे बताइएगा। आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा।
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